मुकम्मल नमाज़ का सहीह तरीक़ा अहादीस के मुताबिक़
بِسْمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِيْمِ
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया “ नमाज़ उस तरह पढ़ो जिस तरह मुझे
पढ़ते हुए देखते हो. ”
[बुख़ारी ह० 631]
क़याम का सुन्नत तरीक़ा
◾ पहले ख़ाना-ए- काबा की तरफ़ रुख़ करके खड़े होना
[इब्न माजा ह० 803 ]
◾ अगर बाजमात नमाज़ पढ़े तो दूसरों के कंधे से कंधा और टख़ने से टख़ना मिलाना.
[अबू दाऊद ह० 662]
◾ फिर तक्बीर कहना और रफ़अ़ यदैन करते वक़्त हाथों को कंधों तक उठाना
[बुख़ारी ह० 735, मुस्लिम ह० 861]
या कानों तक उठाना